नायब सैनी ने हरियाणा में सरकार बनाने का दावा किया पेश; चंडीगढ़ में राजभवन पहुंच गवर्नर से मिले, गृह मंत्री अमित शाह साथ रहे मौजूद
Nayab Saini Claim To Form Government in Haryana Governor News
Haryana New CM Nayab Saini: बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नायब सैनी ने हरियाणा गवर्नर के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। सीएम सैनी बुधवार को पंचकूला में विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद चंडीगढ़ स्थित हरियाणा राजभवन पहुंचे और गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को समर्थक विधायकों की सूची सौंपी। जिसके बाद गवर्नर ने भी सीएम और कैबिनेट को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया। हरियाणा में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कल 17 अक्टूबर को पंचकूला में होगा।
गृह मंत्री अमित शाह साथ रहे मौजूद
नायब सैनी जब गवर्नर के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने पहुंचे तो इस दौरान साथ में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। शाह विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक बनकर आए थे। वहीं शाह के अलावा मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, केंद्रीय शिकाश मंत्री धर्मेंद्र प्रताप, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली के साथ बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।
भारतीय जनता पार्टी हरियाणा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री @AmitShah जी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री @dpradhanbjp जी केंद्रीय मंत्री श्री @mlkhattar जी केंद्रीय राज्य मंत्री श्री @Rao_InderjitS जी और… pic.twitter.com/KN2e7TuO0x
लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने जा रहे सैनी
नायब सैनी ही लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। सैनी को BJP विधायक दल का नेता चुना गया है। वहीं विधायक दल के नेता के रूप में नायब सैनी आज ही राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। सैनी कल 17 अक्टूबर को लगातार दूसरी बार सीएम पद की शपथ ग्रहण करने वाले हैं। सैनी के एक बार हरियाणा सीएम बनने से उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। समर्थक जश्न मना रहे हैं।
अनिल विज ने नाम बढ़ाया, अमित शाह ने किया ऐलान
बता दें कि, आज पंचकूला के पंचकमल पार्टी कार्यालय में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई थी। जिसमें शामिल होने के लिए बतौर केंद्रीय ऑब्जर्वर अमित शाह और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव पहुंचे। शाह के साथ हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल भी विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। जहां बैठक शुरू होने के बाद शाहाबाद विधायक कृष्ण कुमार बेदी और अंबाला कैंट से विधायक और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने विधायक दल के नेता के लिए सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा।
सर्वसम्मति से चुने गए सैनी
सभी विधायकों ने सैनी को विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से स्वीकार किया। वहीं बाद में गृह मंत्री अमित शाह ने नायब सैनी को विधायक दल के नेता चुने जाने की घोषणा की। इसके साथ ही शाह ने नायब सैनी को फूलों का गुलदस्ता भेंट कर बधाई भी दी। नायब सैनी अभी हरियाणा के कार्यवाहक सीएम हैं। बता दें कि, विधायक दल की बैठक में चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सह-प्रभारी विप्लब देव, प्रदेश पार्टी प्रभारी सतीश पूनिया व प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली भी मौजूद रहे। वहीं पार्टी के अन्य पदाधिकारी व नेता भी पंचकूला स्थित हरियाणा बीजेपी कार्यालय पर मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मोदी शपथ समारोह में आएंगे
पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित दशहरा ग्राउंड में नई सरकार के गठन के लिए शपथ ग्रहण समारोह रखा गया है। रियाणा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह ग्रैंड होने वाला है। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर बीजेपी पूरी तरह से तैयारी में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी-एनडीए के कई शीर्ष नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। इसके अलावा देशभर से बीजेपी शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल होने आ रहे हैं। वहीं कई VVIP और VIP हस्तियों के साथ हजारों की संख्या में आम लोग भी शपथ समारोह में पहुंचने वाले हैं।
जो CM चेहरा, वही बना CM, संशय खत्म
बीजेपी ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव सीएम नायब सैनी के चेहरे पर लड़ा था। खुद प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह रैलियों में सैनी को फिर से मौका देने की बात कह चुके थे। ऐसे में यह माना जा रहा था कि, हरियाणा में बीजेपी विधायक दल के नेता नायब सैनी ही होंगे। सैनी को चुना जाना लगभग तय था। लेकिन सैनी के CM चेहरा तय होने के बावजूद भी CM पर एक संशय सा बना हुआ था।
दरअसल, बीजेपी के अंदर खेमे में सीएम पद पर दो नेताओं की और दावेदारी चल रही थी। अनिल विज और राव इंद्रजीत सीएम बनने की इच्छा जता चुके थे। हालांकि, बाद में विज अपने दावे से पीछे हटते नजर आए, जबकि राव बीजेपी बिना किसी बगावत के बीजेपी के साथ मजबूती से खड़े होने की बात कही। ऐसे में हरियाणा सीएम को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही थी। आखिर वक्त में सरप्राइज मिलेगा या सैनी ही सत्ता संभालेंगे। ये देखने वाली बात थी।
लाडवा से जीतकर आए नायब सैनी
नायब सिंह सैनी लाडवा विधानसभा सीट से जीतकर आए हैं। सैनी ने 16 हजार से अधिक वोटों से विजय अपने नाम की। उन्होंने लाडवा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मेवा सिंह को हराया है। नायब सैनी को कुल 70,177 मिले। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार मेवा सिंह को 54,123 वोट ही हासिल हुए। इस तरह दोनों के बीच जीत का अंतर 16,054 वोटों का रहा।
BJP हाईकमान ने करनाल से यहां भेजा, फैसले पर खरे उतरे
लाडवा सीट से जीत के साथ ही नायब सैनी BJP हाईकमान के उस फैसले पर खरे उतरे। जिसमें उन्हें करनाल विधानसभा सीट से लाडवा के चुनावी मैदान में भेजा गया। दरअसल, नायब सैनी के सीएम होने और इस चुनाव में भी सीएम फेस होने के चलते बीजेपी सैनी पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी। बीजेपी हाईकमान द्वारा बेहद सोच-विचार करके लाडवा से सीएम सैनी की उम्मीदवारी तय की गई। सीएम सैनी के लिए लाडवा सीट एक सेफ सीट मानी गई। इस सीट पर सैनी समाज की एक अच्छी संख्या है।
सैनी ने करनाल से विधानसभा उपचुनाव जीता था
गौरतलब है कि, इसी साल मार्च में सीएम बनने के बाद नायब सैनी ने जून में करनाल से विधानसभा का उपचुनाव जीता था। करनाल विधानसभा उपचुनाव में नायब सिंह सैनी ने सरदार तरलोचन सिंह को 41 हजार 483 मतों के अंतर से हराया था। करनाल विधानसभा सीट मनोहर लाल के विधायक पद से इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। मनोहर लाल करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने उतरे थे। वह इस समय यहां से सांसद और केंद्र में मंत्री हैं।
कुरुक्षेत्र से सांसद रहे हैं नायब सैनी
लाडवा विधानसभा सीट, कुरुक्षेत्र जिले की सीट है और नायब सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद रहे हैं। सैनी 2019 से 2024 तक कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे। इससे पहले सैनी 2014 से 2019 तक नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे और इस दौरान वह 2015 से 2019 तक हरियाणा सरकार के राज्य मंत्री पद पर भी रहे। वहीं सीएम सैनी को 2023 में हरियाणा बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। जबकि इसी साल मार्च 2024 में जेजेपी से गठबंधन टूटने और मनोहर लाल खट्टर के सीएम पद से इस्तीफे के बाद बीजेपी ने मनोहर लाल नायब सैनी को हरियाणा का सीएम बनाया गया था।
हरियाणा में BJP को 48 सीटें, बहुमत पार
हरियाणा का चुनावी रिजल्ट चौंकाने वाला है। कांग्रेस लहर के दावे और तमाम एग्जिट पोल फेल साबित हुए हैं। बीजेपी ने कांग्रेस को 37 सीटों पर समेट दिया। जबकि बीजेपी ने बहुमत पार कर 48 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। हरियाणा में किसी भी पार्टी को अपनी सरकार बनाने के लिए कुल 46 सीटों की जरूरत होती है। बता दें कि, बीजेपी और कांग्रेस के अलावा इनेलो ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि 3 सीटों पर आजाद उम्मीदवार जीते हैं। वहीं तीनों आजाद उम्मीदवारों ने बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है।